पुलिस की वर्दी पर लगते हुए दाग धुलने वाले नही है
आप उस दौर में जी रहे है जहां परीक्षार्थियों में नकल रोकने के लिए सरकार सीसीटीवी लगवाती है लेकिन थाने में फरियादियों के साथ अन्याय न हो उसके लिए उस जगह पर सीसीटीवी लगवाना खर्चे का काम है, बात यह भी सही नही है कि सारा पुलिस सिस्टम ही करप्ट है, लेकिन ललितपुर के पाली थाने जैसा वाकया आपको अंदर से हिला देता है और वर्दी पर इतना गहरा दाग लगता है जिसको छुड़ाने के लिए सालों लग जाएंगे
जब रक्षक ही भक्षक बन जाये ऐसी स्थिति काफी खतरनाक बन जाती है, ऐसा ही दिल दहला देने और जनता द्वारा पुलिस के ऊपर स्थापित किये गए मजबूत भरोसे को तोड़ने वाला मामला उत्तर प्रदेश के ललितपुर से सामने आया है जहां पर एक रेप विक्टिम नाबालिग पर जहां गैंगरेप जैसे जघन्य अपराध को आरोपियों द्वारा कारित किया गया और इसके बाद जब पीड़िता ने स्थानीय पुलिस को अपने ऊपर हुई ज्यादती के बारे में जानकारी दी तो वही पुलिस जिसे वह बच्ची अपना रक्षक मान रही थी उसने ही बच्ची के साथ कई बार रेप को अंजाम दिया।
ललितपुर में महज़ 13 साल की बच्ची जो न्याय की गुहार लगाने गई किंतु वहां के SHO तिलकधारी सरोज ने उसके साथ दुष्कर्म किया, जब रक्षक ही 'भक्षक" बन जाएंगे तो आम जनता कहां फरियाद करेगी..? क्या ऐसे मामलों में सरकार के बुलडोजर में "ज़ंग" लग जाता है
@lalitpurpolice pic.twitter.com/Dpp7ohL17a— Sanju Goyal (@Sanju_0405Go) May 5, 2022
यही नही भरोसे के टूटने की स्थिति तब हुई जब रेप के आरोपी दरोगा द्वारा रेप पीड़िता को पूंछताछ के लिए बुलाकर हवस का नंगा नाच किया जाता और यह सब वहां होता रहा जहां लोग अपने ऊपर हुए कष्टों की भरपाई के लिए जाते है
काउंसिल में खुला राज:
नाबालिग रेप पीड़िता के साथ हुए गैंगरेप की वारदात के बाद दरोगा द्वारा किया गया कुकृत्य भी ऐसे ही छुप जाता मानो कुछ हुआ ही नही क्योंकि पीड़िता को उक्त दरोगा तिलकधारी सरोज का नाम तब आया जब काउंसलिंग की टीम ने बच्ची को अपने भरोसे में लिया और कोई समस्या न आने का विश्वास दिलाया, बच्ची ने साफ लहजे में कहा कि मेरे साथ उन आरोपियों ने केवल बलात्कार नही किया बल्कि पूंछताछ के दौरान दरोगा जी ने भी रेप का कुकृत्य किया है।
खुलासे के बाद दरोगा फरार, पुलिस मामला दबाने में लगी रही:
अगर भुक्तभोगियों की माने तो जब काउंसलिंग टीम ने इस बाबत पुष्टि की तो महकमे में खलबली सी मच गई, पुलिस विभाग की हालत वैसे हो गयी कि न मामले का खुलासा कर सकने की स्थिति में थी और न ही मामले को दबाने की स्थिति। इसी उहापोह का फायदा उठाकर तिलकधारी सरोज फरार हो लिया, हालांकि मामले का मीडियाकरण होने के बाद पुलिस हरकत में आई और तिलकधारी की तलाश सरगर्मी से होने लगी लेकिन फिर भी तिलकधारी ललितपुर से प्रयागराज तक भाग लिया। लेकिन जब इस मामले पर लखनऊ से सख्त आदेश जारी हुआ कि किसी भी स्थिति में तिलकधारी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए तो ललितपुर पुलिस ने प्रयागराज पुलिस से सम्पर्क साध कर तिलकधारी और उसके सहयोगियों को धर लिया।
https://t.co/gQEP3LxgLz — LALITPUR POLICE (@lalitpurpolice) May 5, 2022
नपेंगे कई पुलिसकर्मी:
अगर सूत्रों की माने तो इस मामले में अकेले तिलकधारी ही गुनहगार नही है बल्कि इस मामले की शुरुआत से पड़ताल की जाएगी और इस मामले में कई अन्य लोग नपेंगे, जिस समय पीड़िता घर से गायब हुई थी उस वक्त परिजनों ने इस मामले को लेकर एसपी से गुहार लगाई थी ,एसपी ने इस मामले पर जांच के आदेश भी दिए थे लेकिन थाने की पुलिस हाँथ पर हाँथ धरे बैठी रही। चूंकि अब मामला विस्तारित हो चुका है इसलिए ज्यादा आशंका है कि थाने और हल्के में आने वाले ज्यादा पुलिसकर्मियों की गर्दन नापी जाएगी।