आरफा खानम ने दी ईद की बधाई ट्रोल टूट पड़े, लोगों ने किए भद्दे कमेंट
बिना बुर्खे के पोस्ट की तस्वीर द वायर की पत्रकार आरफा खानम शेरवानी के लिए बन गयी मुसीबत
किसी भी शख्सियत को सोशल मीडिया पर इस कदर ट्रोल करना बेहद आहत करता है और आरफा खानम जैसी मुस्लिम समुदाय के लिए पत्रकारिता करने वाली पत्रकार को इस कदर ट्रोल करना नैतिक रूप से गलत ही नही बल्कि सामाजिक भी अपराध है।
आरफा पर टूटे सोशल मीडिया ट्रोलर्स:
आरफा खानम शेरवानी कोई आम शख्सियत नही "द वायर" पर मुस्लिमों के हक के लिए बोलने के लिए जानी जाती है, फिर चाहे वह मामला हिजाब का हो या तीन तलाक का या फिर CAA का, आरफा खानम शेरवानी मुस्लिमों की हर बात फिर चाहे उस मामले पर संविधान की मूलभूत संरचना में हो अथवा न हो, लेकिन उसपर सरकार और दूसरे धर्म के मानने वाले लोगों से हिसाब लेना नही चूकती, लेकिन 3 मई के दिन देश और दुनिया में जब ईद और अक्षय तृतीया के साथ-साथ परशुराम जयंती के त्योहार हर्षोल्लास से मनाये जा रहा थे तब आरफा के साथ नेटिजन्स ने बवाल कर दिया, दरअसल आरफा ने ईद के मौके पर मुस्लिम समाज के लोगों को त्योहार की बधाई देते हुए लिखा "ईद मुबारक इंडिया" और अपनी एक मोहक तश्वीर ट्विटर पर पोस्ट कर दी, इसके बाद तो मानो बवाल ही खड़ा हो गया।
Eid Mubarak, India ???? pic.twitter.com/zRryX5y8sK — Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) May 3, 2022
लोगों ने लिखे अजीबोगरीब कमेंट:
आरफा ने ईद की बधाई के साथ अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की इसके बाद सोशल मीडिया ट्रोलर्स ने आरफा की इस पोस्ट पर उत्पात मचाना शुरू कर दिया , लोगों ने आरफा की तश्वीर को लेकर आपत्ति उठायी और कहा कि जब आरफा हिजाब और बुर्के को लेकर इतनी सजग रहती है तो उन्हें ईद जैसे धार्मिक त्योहार पर बिना हिजाब अपनी वाली तश्वीर पोस्ट नही करनी थी।
कैप्टन सिंह नामक यूजर ने तो बाकायदा फ़ोटोशॉप से तश्वीर को एडिट किया और लिखा कि हमने फिक्स कर दिया
Fixed it!!! pic.twitter.com/XV8tfcQI70 — CAAptain Sanghi (@Fight4TrueIndia) May 3, 2022
अजीत भाटिया नामक यूजर ने एडिट करके नकाब ही पहना दिया
Ola tauba.....parde mein raho bibi...koi nazar laga jaayega.....#corrected pic.twitter.com/NVq6oWRkHz — Arjit Bhatia ???????? (@doubtfulLucifer) May 3, 2022
लोगों ने कहा बेहद साम्प्रदायिक है आरफा:
दरअसल ट्रोल होने के पीछे एक बेहद महत्वपूर्ण कारण ये रहा है कि आरफा द्वारा आज बहुसंख्यक हिंदुओ के त्योहार पर एक बार भी बधाई नहीं दी गयी, लोगों ने आरोप लगाया कि कहने के लिए तो आरफा पत्रकार है लेकिन इनकी पत्रकारिता केवल मुस्लिम समुदाय के लिए ही केंद्रित होती है, यही नही राजस्थान के जोधपुर में नमाज के बाद भड़की हिंसा ( जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग पत्थरबाजी करके आतंक फैलाते हुए नजर आ रहे है) का एक बार भी जिक्र नहीं किया।
तुम्हे भारत देश सेकुलर चाहिये लेकिन खुद संप्रदायिक एजेंडा नही छोड़ना है,भारत की बात करती हो तो ये क्यों भूल जाती हो की देश मे हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी धर्मो के लोग रहते है,और आज मुसलमान की ईद के साथ साथ हिंदुओ का त्योहार अक्षय तृतिया और भगवान परशुराम जयंती भी है,सोच बादलों — Royal Pahadi (@RoyalPahadi12) May 3, 2022
गौरतलब है कि आरफा कई मुद्दों पर अपनी ही पत्रकारिता से घिर जाती है, फिर चाहे वह क्रिकेटर पठान का चर्चित मामला हो या केरल के पूर्व राज्यपाल साहब का, फिर भी किसी महिला का इस तरह से सोशल मान मर्दन होना किसी भी लिहाज से जायज नही है।