Fatehpur : यूपी पुलिस का नया कारनामा, 3 लाख न देने पर प्रताड़ना में हुई मौत
उत्तर प्रदेश फतेहपुर जनपद अंतर्गत राधानगर थाना में स्थानीय व्यक्ति मनोज द्वारा ललौली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कीर्तिखेड़ा के 27 वर्षीय सत्येंद्र सिंह के खिलाफ एक तहरीर दी गयी थी ,जिसमे फ्रॉड करने के आरोप लगाए गए थे, इस शिकायत पर राधानगर पुलिस ने बीते हफ्ते 3 अक्टूबर को पुलिस ने उठाया, पुलिस के आरोप लगाया कि आरोपी व्यक्ति फ्रॉड किस्म का था, उसने कई लोगो के साथ फ्राड किये है और आरोपी एटीएम से फ्राड किया करता था, पुलिस के अनुसार आरोपी के पास से भारी मात्रा में एटीएम बरामद किए गए है.
पुलिस का काम होता है जनता को सुरक्षा देना और हमेशा उसे सुरक्षित महसूस कराना, लेकिन तब क्या हो जब पुलिस ही जान पर खतरा बन बैठे, कुछे ऐसे ही संगीन आरोप लगें है उत्तर प्रदेश की फतेहपुर पुलिस के ऊपर, पुलिस पर आरोप है कि पहले तो फ्राड करने के आरोप में पुलिस ने युवक को उठाया , बिना एफआर किये हुए थाने में चार दिन तक रखा, छोड़ने के एवज में 3 लाख रुपये की मांग की और मांग न पूरी होने पर युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी.
राधा नगर थाने पर लगा गंभीर आरोप:
मामला कुछ इस प्रकार है कि उत्तर प्रदेश फतेहपुर जनपद अंतर्गत राधानगर थाना में स्थानीय व्यक्ति मनोज द्वारा ललौली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कीर्तिखेड़ा के 27 वर्षीय सत्येंद्र सिंह के खिलाफ एक तहरीर दी गयी थी ,जिसमे फ्रॉड करने के आरोप लगाए गए थे, इस शिकायत पर राधानगर पुलिस ने बीते हफ्ते 3 अक्टूबर को पुलिस ने उठाया, पुलिस के आरोप लगाया कि आरोपी व्यक्ति फ्रॉड किस्म का था, उसने कई लोगो के साथ फ्राड किये है और आरोपी एटीएम से फ्राड किया करता था, पुलिस के अनुसार आरोपी के पास से भारी मात्रा में एटीएम बरामद किए गए है, लेकिन मामले में पुलिस की स्थिति तब खराब होनी शुरू हुई जब पुलिस द्वारा आरोपित व्यक्ति सत्येंद्र सिंह की पुलिस अवैध अभिरक्षा में तबियत खराब होनी शुरू हुई, आनन फानन में सत्येंद्र को अस्पताल लाया गया लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने दिकहते ही सत्येंद्र को मृत घोषित कर दिया.
"पुलिस पूछताछ के लिए साथ ले गई थी,लॉकअप में बंद करके ऐसी पूछताछ की गई कि युवक के प्राण निकल गए,बूढ़ी अम्मा के बुढापे का सहारा नहीं रहा"
यूपी में फतेहपुर के राधानगर क्षेत्र में पुलिस ने सत्येंद्र सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में 3 सितंबर को पकड़ा था। 8 सितम्बर को मौत हो गई। pic.twitter.com/gO5khuRNYh — Satya Prakash Bharti (@Satyamooknayak) October 10, 2022
परिजनों ने लगाए बेहद गंभीर आरोप:
परिजनों में से मृतक के भाई ने इस मामले में मीडिया को बताया कि उक्त भाई बीते 12 वर्षों से फतेहपुर में रह रहा है, और मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का काम करता था, मृतक के भाई ने यह भी बताया कि वह खुद सरकारी सेवा में है और एक अन्य दूसरा भाई भी सरकारी सेवा में ही है, बीते दिनों पुलिस ने एटीएम कार्ड हैकिंग/ क्लोनिंग/ और अन्य गैरकानूनी तरीके से पैसे ऐंठने के आरोप लगाकर पुलिस ने हमारे भाई को उठाया, हम सब लोग घर पर नहीं थे , जब जानकारी हुई तो हमने इस मामले की तहकीकात की, लेकिन पुलिस ने बिना पूरी जानकारी दिए सत्येंद्र के साथ मारपीट जारी रखी.
मृतक के भाई ने बताया कि रात के वक्त सत्येंद्र का मेरे पास फोन आया था जिसमे सत्येंद्र ने कहा था कि "भाई मुझे थाने से निकलवा लो, वरना ये लोग मुझे मार देंगे," हमनें इस मामले को लेकर थाने के अधिकारियों सेमुलाकात की तो उन्होंने 3 लाख रुपये की मांग कर दी, और न देने की सूरत में मुकदमे में पूरी तरह फ़साने और जेल भेजने की बात कही, और अगले दिन राधा नगर पुलिस ने इस घटना को अंजाम दे दिया.
फतेहपुर पुलिस ने कितनी आसानी से इसे लापरवाही करार दे दिया, ये देखने काबिल है
फतेहपुर में पुलिस पिटाई से एक दलित युवक की मौत।
सतेंद्र पर एटीएम मशीन से पैसा चोरी का आरोप था लेकिन थाने में सतेंद्र थर्ड डिग्री झेल न सका।
दूसरे दिन उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। pic.twitter.com/gLT9aG77QH — Gaurav Gulmohar (@gauravgulmohar) October 9, 2022
हालांकि इस मामले में पुलिस ने अब तत्परता दिखाते हुए थाने के जिम्मेदार लोगों/ हत्यारोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करके जेल भेज दिया है और मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता पहुचाई है, हालांकि इस मामले में पुलिस पीड़ितों के साथ कितना न्याय कर पाती है यह देखने लायक होगा.