युवक एटीएम से पैसे निकालने गया, पैसे की जगह करेंट निकला
हालात ये थे कि युवक करेंट लगने की वजह से बेहोश हो गया, पीछे लाइन में खड़े लोगों ने युवक के मुंह पर पानी के छींटे मारकर होश में लाने का प्रयास किया और जिला चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा, मामला बाँदा जिले के महाराणा प्रताप चौराहे स्थित पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम से जुड़ा हुआ है
पैसे निकालने गए युवक को लगा जानलेवा करेंट:
बाँदा जिले में स्थापित लगभग सभी एटीएम में कैश न उपलब्ध रहने की शिकायत बेहद आम है लेकिन अब लोगों को पैसे की जगह मुफ्त में करेंट लग रहा है, ताजा मामला जिले के महाराणा प्रताप चौराहे (चिल्ला रोड) में लगे हुए पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम से जुड़ा हुआ है, जहां पर एक युवक के साथ उस वक्त हादसा हो गया जब उसने पैसे निकालने के लिए मशीन के कीपैड में बटनों को दबाना शुरू किया, करेंट इतना जोरदार था कि युवक तुरंत अचेत हो गया, पीछे लाइन में खड़े अन्य लोगों ने युवक को किसी तरह उठाकर एटीएम के बाहर पड़े हुए लकड़ी के तख्त पर लिटाया और जल्द ही प्राथमिक उपचार के लिए रवाना किया, और साथ ही अन्य ग्राहकों को एटीएम में न जाने के लिए सचेत किया, अन्य उपभोक्ताओं ने स्थानीय पीएनबी बैंक से भी बात करने की कोशिश की लेकिन किसी भी प्रकार से सम्पर्क नही हो पाया।
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बैंक तो बैंक, अब एटीएम भी उपभोक्ताओं को शॉक देने लगे है, मामला बाँदा जिले के पीएनबी एटीएम से जुड़ा हुआ है pic.twitter.com/K1tBj2nC0l— Uday bulletin bundelkhand region (@udaybundel_) July 24, 2022
अर्थिंग वायर न होने की वजह से हुआ हादसा:
यहां आपको बताते चले कि ये सारी समस्या एटीएम मशीन में सही अर्थिंग कनेक्शन न होने के कारण अधिकतर करेंट उतरने के मामले सामने आते है, दरअसल किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चलाने के लिए अर्थिंग बेहद महत्वपूर्ण होता है, अगर किसी प्रकार से ज्यादा विद्युत सप्लाई होती है या कोई समस्या उत्पन्न होती है कि करेंट ग्राउंड (अर्थिंग) के माध्यम से जमीन में चला जाता है जिससे न तो उपकरण खराब होते है साथ ही करेंट लगने के चांस भी केवल अपवाद के रूप में रह जाते है, लेकिन बैंक इस मामले में बेहद लापरवाही बरतते है, बैंक एटीएम लगाने के बाद यह भी भूल जाते है कि उनका कोई एटीएम भी है, जिसे उनके द्वारा मेन्टेन किया जाना है, और यही कारण है कि अधिकतर एटीएम जल्द ही खस्ताहाल की स्थिति को पहुँच जाते है।
लोगों ने आरोप लगाए की इलेक्ट्रॉनिक उपकरण समय समय पर खराब होते ही है लेकिन बचाव के लिए बैंकों का कार्य यह है कि वह इसकी समुचित देखभाल करें और कैश इत्यादि के साथ साथ लोगों की जान भी सुरक्षित बनी रहे लेकिन असलियत इससे कोसों दूर है, हालांकि देर शाम खुद लोगों द्वारा एटीएम के शटर को डाउन करके परिचालन बंद कर दिया गया है ताकि कोई अन्य व्यक्ति के जीवन पर संकट न आये, हालाँकि इस मामले पर पीएनबी द्वारा अभी तक कोई सार्थक कदम नही उठाया गया है