एम्स डॉक्टर के शिवलिंग को लेकर बिगड़े बोल, कही आपत्तिजनक बातें

भारत मे अभिव्यक्ति की आजादी हमेशा से बहस का मुद्दा रही है, लेकिन इसकी सीमाएं और हद कितनी होगी इसका निराकरण कभी नही हो पाया।

May 19, 2022 - 11:26
May 19, 2022 - 23:48
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एम्स डॉक्टर के शिवलिंग को लेकर बिगड़े बोल, कही आपत्तिजनक बातें
एम्स के डॉ. श्रीनिवास राजकुमार

मामला वाराणसी के ज्ञानवापी स्थान से जुड़ा हुआ है जो बीते लंबे अरसे से दो धर्म की मान्यताओं से जुड़ा है। हालांकि दोनो पक्षों के अपने-अपने तर्क है जिनको लेकर दलीलें दी जाती रही है। लेकिन हाल में ही एक याचिका के उपरांत जिला एवं सत्र न्यायालय ने ज्ञानवापी के सर्वे के आदेश दिए थे जिनको लेकर सर्वे में शामिल लोगों ने ज्ञानवापी में शिवलिंग के पाए जाने के संकेत दिए है। जिसको लेकर दोनो पक्षों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है, इस बीच समाज के दोनो तरफ के लोगों ने भी आग लगाने में कसर नही छोड़ रखी है, ताजा मामला एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर श्रीनिवास से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने काशी की ज्ञानवापी स्थली पर कथित तौर से प्राप्त शिवलिंग पर आपत्तिजनक टिपण्णी की है 

डॉक्टर ने बेहद आपत्तिजनक पोस्ट की:

सोशल मीडिया वर्तमान में दिल की भड़ास निकालने का सस्ता माध्यम बन चुका है और इस मामले में क्या कम पढ़े लिखे और क्या अनपढ़ अब सब लोग अपनी अपनी कालिख भरी भावनाएं व्यक्त करने में व्यस्त है। ताजा मामला ज्ञानवापी परिसर के वजू स्थल पर कथित तौर से शिवलिंग प्राप्त होने के दावे के बाद मुस्लिम समुदाय ने इसे महज फव्वारा बताया है वहीँ इस दावे को लेकर प्रत्येक पक्ष अपनी-अपनी बातें कहते हुए नजर आ रहा है लेकिन इस बीच ऐसे मामले सामने आए है जिन्होंने मर्यादाओं और अभिव्यक्ति की आजादी को तार-तार करके रख दिया है। देश की राजधानी में स्थापित आयुर्विज्ञान संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर और पदाधिकारी  डॉक्टर श्रीनिवास राजकुमार ने हिन्दुओं के आराध्य भगवान शिव के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। डॉक्टर ने मानव शरीर के अंग को लेकर भगवान शंकर के ऊपर भद्दे कमेंट कसे है। 

एसोसिएशन ने कहा ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा:

आपको बताते चले कि डॉक्टर श्रीनिवास इस समय एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन में जनरल सेकेरेट्री  के पद पर है लेकिन मीडिया और सोशल मीडिया रिपोर्ट्स की जानकारी के बाद एसोसिएशन ने उन पर कड़े निर्णय लेने का रुख किया है। एसोसिएशन ने कहा हम इस प्रकार के व्यवहार को किसी प्रकार से स्वीकार नहीं करेंगे

कोर्ट करेगा फैसला:

हालांकि इस मामले पर स्थानीय अदालत और हाईकोर्ट लगातार नजर बनाए हुए है, देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले पर लगातार नजर रख रही है। ऐसे वक्त पर ऐसी सोशल मीडिया पोस्ट समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाने के अलावा और कुछ नहीं कर रही है। लोगों को ज्ञात होना चाहिए कि इस देश मे संविधान है, अदालतें है, वो न्याय को मद्देनजर रखते हुए सत्य को परख कर निर्णय प्रदान करेगी। 

Shivjeet Tiwari वकालत की पाठशाला में अध्ययनरत बुंदेली लेखक - धर्म से हिन्दू, विचारों से नवोन्मेषी, और पुरातन संस्कृति के साथ नवाचारों के प्रयोग के लिए प्रतिबद्ध