बेटे ने नौकर के साथ मिलकर की थी पिता की हत्या
अवैध संबंध और संपत्ति का बंटवारा बना हत्या की मुख्य वजह
बाँदा के बदौसा थाना अंतर्गत ग्राम दुबरिया में उस वक्त हड़कंप मच गया जब बिना किसी ठोस वजह और बाहरी विवाद के छत पर सो रहे हैदर अली उर्फ मुर्गी भाई की हत्या गोली मार कर कर दी गयी , इस मामले पर पुलिस ने मामले को उजागर करते हुए महज 6 घंटे में हत्या का खुलासा कर दिया और सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है
अवैध संबंध और संपत्ति विवाद बना हत्या का कारण:
पुलिस ने जब हैदर अली की हत्या की बारीकी से पड़ताल की तो हत्या का मुख्य कारण कोई बाहरी न होकर घरेलू समझ मे आया , दरअसल हैदर अली उर्फ मुर्गी की किसी बाहरी व्यक्ति से दुश्मनी ही नही थी, लेकिन घर मे कुछ दिनों से विवाद की बात सामने आई, पुलिस ने पड़ताल में पाया कि हत्यारो ने हैदर को केवल गोली मार दी है जबकि लूटपाट जैसे कोई निशान नजर नही आये, इसलिए पुलिस ने सभी कोणों से जांच जड़ने के उद्देश्य से सबसे पहले घर से ही पूंछताछ की शुरुआत की, और घर के सदस्य पुलिस की पूंछताछ में टूटने लगे, लगभग हर सदस्य के बयान एक दूसरे से अलग थे
#bandapolice थाना बदौसा क्षेत्र में हुई हत्या का 06 घण्टे के भीतर किया गया सफल अनावरण। व्यक्ति के नाजायज संबंधों के चलते पारिवारिक कलह में पत्नी और पुत्र नें नौकर की मदद् से की हत्या । तीनों अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस संबंध में अपडेट वीडियो बाइट पुलिस अधीक्षक बांदा। pic.twitter.com/0RNxNHmUDX — Banda Police (@bandapolice) April 29, 2022
स्त्री की वजह से था विवाद :
आरोपियों के कुबूलनामे के अनुसार हैदर का किसी बाहरी महिला के साथ संपर्क था इसलिए हैदर अपनी कमाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा उस महिला के ऊपर खर्च कर देता था, और घर की संपत्ति में भी उस महिला को हिस्सा दिलाने की बात कहता था, यही नही, जिस नव निर्माणाधीन मकान की छत पर हैदर की हत्या हुई है उसमें भी एक हिस्सा उस महिला को देने की बात कर रहा था, नतीजन पत्नी और बेटे ने पिता को जान से मारने का निर्णय लिया, इस मामले में हैदर की पत्नी अकबरी बेगम, पुत्र जावेद और घर मे नौकर की हैसियत से रहने वाले जेसीबी ऑपरेटर बउआ ने हैदर को खत्म करने की योजना बनाई, और रातः में सोते वक्त अवैध कट्टे से गोली मार कर हत्या कर दी
ख़बर लिखे जाने तक पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल हथियार, आरोपियों की निशानदेही पर बरामद कर लिया है, और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, इस मामले को महज 6 घंटे में सुलझा लेने के लिए पुलिस अधीक्षक ने एसओजी प्रभारी मयंक चंदेल को बधाई दी है